पलामू, मार्च 2 -- पलामू में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की यूनिट स्थापित होने के बाद जिले में बिजली आपूर्ति की स्थिति में सुधार के साथ कुम्भकारों की कार्यप्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। अब बहुतायत में कुम्हार परंपरागत चाक के स्थान पर इलेक्ट्रिक चाक का प्रयोग करने लगे हैं। इससे उनके उत्पादों में अवश्य वृद्धि हुई है, किंतु सस्ती मिट्टी, नियमित प्रशिक्षण और उचित दाम के अभाव से अभी भी अपनी रोजी-रोटी को लेकर कुम्हार समाज संकट में है। इनके उत्पादों को केंद्र के साथ प्रदेश सरकार के पर्याप्त संरक्षण के बाद भी मिट्टी से बने सामान का बाजार गति नहीं पकड़ रहा है। उनका कहना है कि अगर सरकार इमानदारी से प्रयास करे तो उन्हें भी संजीवनी मिल सकती है। हिन्दुस्तान के बोले पलामू कार्यक्रम के दौरान कुम्हारों ने खुलकर व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन में आ रही दिक्...
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