पलामू, सितम्बर 14 -- पलामू जिला मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर बसा चक गांव कभी नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था। 2010 में यह गांव लगभग एक साल तक उग्रवादियों की नाकेबंदी में जकड़ा रहा। हालांकि सरकार की सख्त नीतियों और विकास योजनाओं के चलते अब चक गांव माओवादियों के प्रभाव से बाहर निकल चुका है। सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं की बदौलत गांव में बदलाव की रफ्तार तेज हुई है, लेकिन अभी काफी काम करने की जरूरत है। हिन्दुस्तान बोले पलामू अभियान के दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं । मेदिनीनगर। पलामू जिले के पूर्वी-उतरी आखिरी छोर पर बसा मनातू प्रखंड का चक गांव सह पंचायत मूलभूत सुविधाओं के लिए अभी भी संघर्ष कर रहा है। पंचायत के आगे बिहार राज्य के गयाजी जिला के इमामगंज और रानीगंज का सीमा लगता है जबकि पूर्वी सीमा झारखंड के चतरा जिला के प्रतापपुर ...
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