पलामू, जुलाई 20 -- पलामू के पांकी प्रखंड में लातेहार की सीमा से सटी रतनपुर पंचायत विकास से कोसों दूर है। 85 फीसदी अनुसूचित जाति और जनजाति आबादी वाला यह इलाका पहाड़ों और जंगलों के बीच बसा है, जहां पहुंचना खुद एक चुनौती बन गया है। जर्जर सड़कों पर चलना हादसे को दावत देने जैसा है। मेदिनीनगर से 51 किमी और पांकी से महज 15 किमी की दूरी होने के बावजूद यह पंचायत मानो प्रशासनिक नजरों से ओझल है। हिन्दुस्तान के बोले पलामू अभियान में जब यहां के ग्रामीणों ने सरकार से समस्याओं के समाधान की मांग की। पांकी/नीलांबर-पीतांबरपुर। पलामू जिले के पांकी प्रखंड में स्थित रतनपुर पंचायत में अब भी नक्सली गतिविधि यदाकदा दृष्टिगोचर हो जाती है। इसके मूल में पंचायत क्षेत्र की दुरुह भौगोलिक स्थिति और आने-जाने के लिए सड़क का घोर अभाव है। इसके अलावा पंचायत के सभी सात-गांव ट...