पलामू, फरवरी 23 -- मेदिनीनगर, अखिलेश। पलास, लाह, महुआ, साल पत्ता, महुलान पत्ता, तेंदू पत्ता आंवला, हरे, बहेरा आदि लघु वनोपज पलामू की पहचान हैं। पलामू प्रमंडल की लाखों की आबादी अपने जीविकोपार्जन के लिए पूरी तरह से वन संपदा पर निर्भर है। इसके बाद भी इनके शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास के मामले में प्रशासनिक उदासीनता से इन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हिन्दुस्तान के बोले पलामू अभियान के तहत डालटनगंज रेलवे स्टेशन के पास दोना, पत्तल तथा दातुन बेचनेवालों ने अपना दर्द बयां किया। मेदिनीनगर सहित जिले के प्रमुख कस्बों में सपरिवार घूम-घूमकर दोना-पत्तल व दातुन बेचते वनवासी सहजता से देखे जा सकते हैं। इनमें पलामू के साथ सीमावर्ती लातेहार व गढ़वा जिले के लोग भी बहुतायत में रहते हैं। रेलवे स्टेशन परिसर, बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक पार्क आदि तो मा...