पटना, जून 2 -- नगर बस सेवा पटना की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की रीढ़ है। इसमें सुधार के प्रयास पिछले कई वर्षों से चल रहे हैं। पुरानी डीजल बसों की जगह सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को शामिल कर कुशल परिवहन सेवा देने की योजना बनी। लेकिन, र्प्रभावी निगरानी के अभाव में इन बसों से सफर करने वाले यात्री आज भी समस्याओं से जूझ रहे हैं। बसों में ओवरलोडिंग की समस्या जस की तस है। स्टॉप के बजाय चालक बसों को बीच सड़क पर रोकते हैं। चालकों की मनमर्जी और ट्रैफिक पुलिस की शिथिलता से यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। यात्रियों का कहना है कि परिवहन व्यवस्था को स्मार्ट और अनुशासित बनाने से ही पटना को एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा सकता है। नगर बस सेवा पटना की लाइफलाइन है। लोग कम भाड़ा में शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचते हैं। पटना को स्मार्ट ...
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