धनबाद, मार्च 20 -- बात चाहे कोरोना जैसी महामारी को नियंत्रित करने में मदद की हो या फिर सड़क दुर्घटना के घायल को कम से कम समय में अस्पताल पहुंचाने की। डिलिवरी कराने के लिए प्रसूता को अस्पताल ले जाने से लेकर गंभीर मरीजों को एक से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने में प्राइवेट एंबुलेंस चालकों (निजी एंबुलेंस चालक) की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। ये हमेशा फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में होते हैं। दिन-रात का बगैर भेद किए मरीजों को लाने ले जाने का काम तन्मयता से करते हैं। भारी बरसात हो या फिर गर्मी का मौसम। जाड़े की कंपकपाती रात में भी प्राइवेट एंबुलेंस चालक अपनी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। बावजूद जीवन बचाने वाला यह बड़ा वर्ग उपेक्षा का दंश झेल रहा है। न तो सरकार इनकी चिंता करती है और न लोग इनके इस महत्वपूर्ण कार्य को महत्व देते हैं। एंबुलेंस चालकों को...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.