धनबाद, मार्च 6 -- झरिया को कोयला की राजधानी कहा जाता है। यहां के कोयले से देश के कई शहर रोशन होते हैं। झरिया के रहने वाले कोयले में लगी आग, भू-धंसान तथा प्रदूषण के प्रभावित है। ऊपर से यहां ट्रैफिक जाम की समस्या ने तो झरिया के लोगों को नाको दम कर रखा है। झरियावासी ट्रैफिक जाम से रोजाना जूझ रहें हैं। ट्रैफिक जाम से आम जन से लेकर खास तक, सभी प्रभावित है। ट्रैफिक जाम की समस्या अब यहां के लिए प्रदूषण, विस्थापन जैसा जन मुद्दा बन गया है। हालात है कि ट्रैफिक जाम के कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल है। खास करके जब स्कूलों की छुट्टी होती है तब और भी स्थिति दयनीय हो जाती है। बच्चों से भरा बस, एम्बुलेंस तक जाम में फंस जाते है। जिसका मुख्य कारण है सड़कों का अतिक्रमण, लचर ट्रैफिक व्यवस्था और सड़क पर अवैध पार्किंग है। झरिया का कोयला देश को रोशन करता है।...