धनबाद, अप्रैल 14 -- कतरास हटिया बहुत ही पुरानी है। कतरास के लोगों का ही कहना है कि आजादी के पहले से कतरास बाजार में साप्ताहिक हटिया लगती है। यहां आसपास से 15-20 किलोमीटर की दूरी से ग्रामीण सब्जी तथा अन्य सामान बेचने आते हैं। आसपास की 30 हजार की आबादी इस हटिया से जुड़ी है। हटिया में जरूरत की हर सामग्री मिलती है। हर रविवार को साप्ताहिक हटिया लगती है। कुछ लोग सामान बेचने तो कुछ लोग सामान की खरीद के लिए आते हैं। लोगों का ही कहना है कि कतरास राजा के जमाने से ही यहां हटिया लगती थी। पहले इसका स्वरूप कुछ दूसरा था, अब इसका स्वरूप बदल गया है लेकिन इसके बाद भी बड़ी संख्या में यहां खरीदार आते हैं। हर दिन लाखों का कारोबार होता है। इसके बाद भी हटिया में सुविधाओं की कमी है। कतरास बाजार हटिया यहां के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। 100 साल से भी अधिक समय से ...