देहरादून, अप्रैल 6 -- अमेरिका की ओर से फार्मा उत्पादों को रेसीप्रोकल टैरिफ से छूट के फैसले के बाद भारतीय दवा कंपनियों के साथ उत्तराखंड के फार्मा उद्योग को फिलहाल राहत मिल गई है। हालांकि, फार्मा सेक्टर को भविष्य में टैरिफ लगाए जाने की आशंका भी सता रही है। वे फिलहाल ट्रंप के अगले कदम पर नजर रखे हुए हैं। फार्मा इंडस्ट्री से जुड़े लोग ट्रंप की नीति को अपने हिसाब से नफा-नुकसान के साथ जोड़कर देख रहे हैं। उनका मानना है कि शुरुआत में आर्थिकी प्रभावित होगी पर भविष्य में परिणाम अच्छे हो सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो अगर अमेरिका भविष्य में फार्मा प्रोडक्ट्स पर टैरिफ लगाता है तो इसका असर केवल भारतीय कंपनियों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अमेरिकियों को भी दवाओं के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान के 'बोले देहरादून अभियान ...