देहरादून, जुलाई 31 -- प्रदेश का पहला महिला विश्वविद्यालय बनने जा रहे एमकेपी पीजी कॉलेज पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव या एमकेपी पीजी कॉलेज की टपकती छत के नीचे ज्ञान कहां से तलाशेंगी छात्राएं -1958 में अस्तित्व में आया एमकेपी पीजी कॉलेज -14 शिक्षिकाएं दे रही है वर्तमान में सेवा, 63 शिक्षकों के पद हैं -50 हजार से करीबन पुस्तके हो चुकी है खराब -2022 से टपक रही है कॉलेज की छत -करंट के कारण 21 जुलाई से काटे है, कुछ कक्षाओं के कनेक्शन कॉमन इंट्रो देहरादून। प्रदेश के सबसे बड़े और पुराने महिला महाविद्यालय में बुनियादी सुविधाओं की कमी होने के कारण आज यह कॉलेज अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। एमकेपी कॉलेज में बारिश से टपकती छत के कारण पुस्तकें खराब हो रही हैं। दीवारों में सीलन के कारण करंट दौड़ने की शिकायतें हैं। विज्ञान लेबोरेटरी के कैमिकल खराब हो चुके...