देवरिया, मार्च 1 -- देवरिया। देवरिया जनपद में पंचायती राज विभाग के तहत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) विकास खण्ड स्तर पर चल रहा है। इसके लिए दो खण्ड प्रेरक, डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर जिला स्वच्छता समिति ने वर्ष 2015 से 2017 के बीच नियुक्तियां की थीं। जिला स्वच्छता समिति ही इन कर्मियों को मानदेय देती थी। तैनाती के लगभग सात साल बाद छह जून 2022 को जारी शासनादेश के क्रम में इन्हें संविदा की बजाय आउटसोर्सिंग कर्मी बना दिया गया। इसके बाद इन कर्मियों के समक्ष सुरक्षित भविष्य का संकट मंडराने लगा। कम्प्यूटर आपरेटर अजय दूबे का कहना है कि काम के हिसाब से हम लोगों को मामूली मानदेय मिलता है। 2015 से ही सम्मानजनक मानदेय के लिए हम लोगों का संघर्ष जारी है। आठ सालों के बाद 31 अक्टूबर 2023 में इसमें बढ़ोत्तरी करते हुए इसे 12,020 रुपए किया गया है। जो अभी भी मह...