देवरिया, फरवरी 22 -- देवरिया। प्रदेश में एक सितंबर 2004 से सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील योजना की शुरुआत हुई। इसके तहत स्कूलों में रसोइयों का चयन किया गया। इन्हें दो हजार प्रति माह मानदेय दिया जाता है। देखा जाय तो एक दिन का करीब 70 रुपए पारिश्रमिक। देवरिया के कुल 2120 परिषदीय, 72 एडेड जूनियर, 17 एडेड मदरसा और 139 माध्यमिक जूनियर विद्यालयों में 6303 रसोइया कार्यरत हैं। इनमें 6091 महिलाएं और 212 पुरुष हैं। करनी पड़ती है मजदूरी: विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भोजन बनाने और उन्हें खिलाने की जिम्मेदारी रसोइयों की है। सलेमपुर क्षेत्र की मालती देवी बताती हैं कि रसोइयों को विद्यालय खुलने से करीब आधा घंटा पहले पहुंचना होता है। करीब पांच से छह घंटे तक उन्हें हर रोज काम करना पड़ता है। लेकिन मानदेय रोज का 70 रुपये से भी कम। पथरदेवा क्षेत्र के म...
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