देवरिया, मार्च 30 -- देवरिया। जिले में 22,686 दिव्यांग चिह्नित हैं। यूं तो सरकार इनके लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है, लेकिन कुछ व्यवस्थागत खामियों के चलते वे इन योजनाओं से वंचित हैं। दिव्यांगजनों के मन में इस बात की काफी टीस है। वे कहते हैं कि चाहे रोजगार देने की बात हो या बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की, हमें उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। शारीरिक अक्षमता के चलते जिंदगी बोझ सी लगने लगी है। महंगाई के इस दौर में सरकार से जो पेंशन मिल रही है, वह ऊंट के मुंह में जीरा है। सलेमपुर क्षेत्र के श्रीनगर निवासी भूपेंद्र शर्मा कहते हैं कि हम दिव्यांगजनों की भागीदारी किसी क्षेत्र में सुनिश्चित नहीं है। हर जगह अनिश्चितताओं का दौर है। ऐसे में सरकार को प्रदेश की सभी दिव्यांगजनों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। बोडिया अनंत निवासी बबलू राज...