देवरिया, फरवरी 19 -- Deoria News: शहर में नहीं मिलती मिट्टी: समय के साथ मिट्टी के बर्तनों की मांग लगातार घट रही है लेकिन जितनी मांग है भी उसे पूरा करने के लिए मिट्टी नहीं मिल रही है। शहरी क्षेत्र में बर्तन आदि बनाने लायक मिट्टी नहीं मिलती। गांव-देहात से मिट्टी लाने पर कुंभकारों को कभी-कभी पुलिस कर्मियों के कोप का शिकार होना पड़ता है। 50 वर्ष से मिट्टी के बर्तन बनाने वाले बरहज तहसील क्षेत्र के ग्राम भरहा बाबू निवासी रामनक्षत्र प्रजापति कहते हैं कि आज उनके पास दीया और मटकी बनाने के अलावा कोई काम नहीं है। इसके भी खरीदार ज्यादा नहीं हैं। पहले मिट्टी मुफ्त मिलती थी अब वह भी खरीदनी पड़ती है। इससे सामान की लागत बढ़ जाती है। ऐसे में हमारा सामान अगर बिक भी जाये तो पर्याप्त मुनाफा नहीं है। उनका कहना है कि परिवार में कई पीढ़ियों से यह काम हो रहा है। पहल...