जौनपुर, मार्च 5 -- हर सुबह जब हम साफ-सुथरी गलियों में निकलते हैं तो शायद ही कभी सोचते हैं कि इस सफाई के पीछे किन हाथों की मेहनत है। ग्रामीण सफाई कर्मचारी गांवों को चमकाने में अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन वे अपनी पहचान के लिए मोहताज हैं। मंत्री हों या आला अफसर, उनके आगमन की तैयारी से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के सारथी बनने तक की जिम्मेदारी सफाई कर्मी संभाल रहे हैं। लेकिन उनकी सुख-सुविधाओं पर किसी का ध्यान नहीं है। वे अपने सम्मान और सुविधा की उम्मीद लगाए बैठे हैं। कभी प्रधान की नाराजगी तो कभी ग्रामीणों की शिकायत का दंश झेलकर भी अपने काम में लगे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने कलक्ट्रेट परिसर में 'हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा बतायी। संजय चौधरी ने बताया कि उनसे कई दूसरे कार्य कराए जाते हैं, जिससे उनका नियमित काम प्रभावित होता है। राजनीतिक हस्तक्षे...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.