भागलपुर, अप्रैल 24 -- आज खेतीबारी के लिए ट्रैक्टर किसानों के लिए जरूरी संसाधन बन गया है। अलीगंज प्रखंड क्षेत्र के किसान पूर्व में परंपरागत तरीके से हल-बैल से खेती किया करते थे। लेकिन बदलते समय के साथ तकनीक का विकास विकास हुआ। साथ ही क्षेत्र में कृषि मजदूर की कमी के कारण अब अधिकतर किसानों द्वारा ट्रैक्टर से ही खेती की जाती है। बड़े व कुछ मझौले किसान अपना खुद का ट्रैक्टर रखते हैं। जबकि मझौले व छोटे किसान अपने खेतों की जुताई के लिए किराए के ट्रैक्टर पर निर्भर रहते हैं। इस कारण फसल उत्पादन पर असर पड़ता है। लागत बढ़ती है। हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान जिले के किसानों ने अपनी समस्या बताई। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर अगर सुलभ तरीके से मिल जाए तो उनकी भी फसल लहलहा सकती है। सरकार सहयोगात्मक पहल करे। इसके तहत योजनाओं का लाभ व ऋण अनुदान देकर इस दिशा म...
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