भागलपुर, अप्रैल 9 -- जमुई जिले में पासी समाज की स्थिति दयनीय है। पारंपरिक रूप से ताड़ी निकालने का काम करने वाला यह समाज वर्तमान में गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है। समय के साथ, समाज में बदलाव और विकास की प्रक्रिया ने कई पारंपरिक कार्यों को अप्रासंगिक बना दिया है और पासी समाज को इससे गंभीर रूप से प्रभावित किया है। जिले में अधिकांश नीरा सेंटर बंद पड़े हैं, जिससे यह समाज अपनी पारंपरिक आजीविका से वंचित हो रहा है। सरकार की ओर से रोजगार का कोई वैकल्पिक साधन नहीं देने के कारण पासी समाज बिहार से पलायन को मजबूर है। जो बिहार में रह रहे हैं, परेशानी की मार झेल रहे है। हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान जिले के पासी समाज के लोगों ने अपनी परेशानी बताई। 10 हजार से अधिक पासी समाज के लोग रहते हैं जमुई जिले में 05 सौ से सात सौ तक पहले हो जाती थी कमाई, अब ह...