पूर्णिया, अगस्त 21 -- प्रस्तुति : संजीव कुमार सिंह जमुई नगर परिषद बने वर्षों हो गए, लेकिन शहर के वार्डों की स्थिति आज भी बदहाल है। जलजमाव की समस्या हर वर्ष सुरसा की तरह मुंह फैलाए खड़ी रहती है। नप के 30 वार्डों में हर साल करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, फिर भी न तो शहर स्वच्छ हो पा रहा है और न ही सड़कों की हालत सुधर रही है। बरसात के दिनों में गलियों और मुख्य सड़कों पर पानी जमा हो जाना आम बात हो गई है, जिससे लोगों का आवागमन प्रभावित होता है। नगर परिषद समय-समय पर शहर को सुंदर और आधुनिक बनाने की योजनाएं बनाती है, लेकिन धरातल पर इनका कोई खास असर नजर नहीं आता। अबतक कोई भी वार्ड ऐसा नहीं बन पाया जिसे आदर्श या मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। नगर परिषद के 30 वार्डों में हर साल करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, लेकिन काम की गुणवत्ता इतनी कमजोर होती ...
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