भागलपुर, सितम्बर 16 -- प्रस्तुति : राकेश कुमार सिंह केंद्र व राज्य सरकार जहां नागरिकों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं जमुई-झाझा रेलखंड के कटौना हॉल्ट पर विभागीय आदेश जारी हुए आठ माह बीत जाने के बाद भी ट्रेनों का ठहराव अब तक सुनिश्चित नहीं हो सका है। इससे ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि रेलवे प्रशासन ने शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उनका कहना है कि कटौना हॉल्ट पर ट्रेनों का ठहराव शुरू होने से दर्जनों गांवों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। साथ ही ग्रामीणों को घर पहुंचने के लिए अतिरिक्त व नाजायज किराया चुकाने की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी। जमुई-झाझा रेलखंड के कटौना हॉल्ट पर ट्रेन ठहराव की मांग को लेकर ग्रामी...