भागलपुर, अगस्त 18 -- प्रस्तुति: संजय बर्णवाल झाझा की गलियों और सड़कों पर आवारा तथा खुले घूम रहे पालतू कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। हालात ऐसे हैं कि लोग घर से बाहर निकलते समय अपनी सुरक्षा का खास ध्यान रखते हैं। माता-पिता बच्चों को अकेले स्कूल भेजने से डरते हैं, वहीं बुजुर्ग सुबह की सैर और महिलाएं बाजार जाने में हिचकिचा रही हैं। आए दिन कुत्तों के हमले के शिकार लोग सरकारी अस्पताल पहुंचकर एंटी रेबीज वैक्सीन लेने को मजबूर हैं। स्थिति से परेशान लोगों का कहना है कि प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इंसान और जानवर के इस टकराव ने लोगों के चेहरों पर डर, दर्द और बेबसी की लकीरें खींच दी हैं, जबकि समाधान की उम्मीद अब भी धुंधली है। नगर और प्रखंड दोनों क्षेत्रों में आवारा तथा खुले घूम रहे पालतू कुत्तों का खतरा लगातार खतरनाक रूप लेता जा रहा है। ...