भागलपुर, मार्च 2 -- बोले जमुई: सरकारी मदद व सस्ता लोन मिले तो कर सकेंगे रोजगार जिले में जाड़े के दिनों मे कई स्थानों पर तोशक, गद्दा व रजाई बनाने का काम धुनिया समाज के लोगों द्वारा किया जाता है। हालांकि बाद के नौ महीने में इन्हें बड़ी मुश्किल से काम मिलता है। कपास को चीर कर रुई निकालने और उसकी धुनाई करने वालों को धुनिया कहा जाता है। रूई की धुनाई कर रजाई, तोशक और तकिया बनाना इनका व्यवसाय है। इसी व्यवसाय से इनके परिवार का भरण-पोषण होता था। अब बाजार में रेडीमेड कंबल, गद्दा, तकिया आ जाने से धुनिया का व्यवसाय मंदा पड़ गया। इनकी रोजी-रोटी पर भी आफत आ गई है। प्रस्तुति: मनोज तिवारी / असद खान धुनिया समुदाय का विकास और इसके रोजगार के लिए सरकार ने अब तक कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की है। धुनिया समुदाय द्वारा किया गया कार्य हर वर्ग और समाज की जरूरत की श्रे...
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