भागलपुर, जून 24 -- प्रस्तुति: सुधांशु लाल विविधता भरी संस्कृति में वैश्य समाज एक ऐसा वर्ग है, जिसने सदियों से देश की आर्थिक नींव को मजबूती दी है। व्यापार, सेवा, उद्योग और अर्थनीति की हर शाखा में वैश्य समाज का योगदान सराहनीय रहा है। आज जब देश बदल रहा है, तकनीक आगे बढ़ रही है और शिक्षा का क्षेत्र व्यापक होता जा रहा है। ऐसे में वैश्य समाज को शिक्षा, नौकरी और सामाजिक स्वीकार्यता के क्षेत्र में खुद को आगे रखने एवं समाज के महापुरुषों के सम्मान की दरकार है। जमुई शहर में वैश्य समाज की करीब साढ़े तीन लाख आबादी है। यह बातें हिन्दुस्तान के बोले जमुई संवाद के दौरान उभर कर सामने आईं। जिले में तीन लाख से अधिक आबादी वैश्य समाज के लोगों की है। वहीं करीब जिले के चार विधान सभा क्षेत्रों में यह संख्या डेढ़ लाख से ज्यादा है। फिर भी वे बुनियादी सुविधाओं के आभाव ...