भागलपुर, अगस्त 3 -- प्रस्तुति: राकेश सिन्हा जिले में लगभग 20 हजार से अधिक सब्जी उत्पादक किसान हैं, लेकिन उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महंगे खाद-बीज, बढ़ती लागत और छुट्टा जानवरों के प्रकोप से उनकी हालत बदतर हो गई है। सबसे बड़ी चिंता उन्हें अपने उत्पाद का उचित मूल्य न मिलना है। स्थानीय स्तर पर मंडी या बाजार की सुविधा नहीं होने से किसान बिचौलियों पर निर्भर रहते हैं, जिससे उनका मुनाफा घटता जा रहा है। कई किसानों ने सब्जी उत्पादन कम कर दिया है। साथ ही खाद, बीज और अन्य कृषि संसाधनों के लिए उन्हें बार-बार भटकना पड़ता है। लगातार बारिश ने सब्जी उत्पादक किसानों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। जिले के विभिन्न हिस्सों में तीन दिनों तक हुई बारिश से खेतों में जलजमाव हो गया है, जिससे लौकी, नेनुआ, भिंडी, करेला, खीरा जैसी मौसमी सब्जियों की फसल...
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