जमशेदपुर, फरवरी 17 -- शहर के सटा होने के बावजूद इस कॉलोनी के लोग सामान्य सुविधाओं को लेकर तरस रहे हैं। सड़कें बदहाल है तो नालियों की लंबे समय से सफाई हुई है। बिजली के पोल भी झुके हुए हैं। आठ हजार की आबादी वाली प्रमथनगर में साफ-सफाई न होने से संक्रमण का खतरा बना रहता है। गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के तहत लोगों को पानी का कनेक्शन तो मिला है, पर बिल पांच साल से नहीं आया है। हिन्दुस्तान की टीम जब इस कॉलोनी पहुंची तो यहां के लोगों का दर्द सामने आ गया। लोगों ने सरकारी व्यवस्था की पोल खोल दी तो साथ में इसमें सुधार का आग्रह भी किया। प्रमथनगर की बसावट लोको कॉलोनी बनने के बाद शुरू हुई थी। यह क्षेत्र उत्तरी करनडीह के अंतर्गत आता है। शुरुआत में यहां लोग झोपड़ियों में रहते थे, लेकिन समय के साथ यहां की आबादी बढ़ी और अब आठ हजार से अधिक लोग यहां रहते हैं।...