जमशेदपुर, अगस्त 25 -- शहर की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए करीब 2.82 करोड़ रुपये खर्च कर दो साल पहले छह चेकपोस्ट बनाए गए थे। उद्देश्य था कि शहर में आने वाले वाहनों और लोगों की सघन निगरानी। आज हकीकत यह है कि निर्माण के बाद से अबतक इन चेकपोस्ट का संचालन शुरू ही नहीं किया गया। नतीजा यह है कि लाखों की लागत से बनी ये इमारतें अब जर्जर होने लगी हैं। कहीं फर्श पर लगे टाइल्स उखड़ चुके हैं तो कहीं खिड़कियों के शीशे तक टूट गए हैं। जिन चेकपोस्ट से सुरक्षा मजबूत होनी थी, वे आज बेकार साबित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि शुरुआत में ही इनका उपयोग किया जाता तो हालात अलग होते। शहर में अपराध नियंत्रण के लिए करीब दो साल पहले बड़े स्तर पर पहल की गई थी। उस समय शहर में लगातार आपराधिक घटनाओं के बाद तत्कालीन एसएसपी प्रभात कुमार ने ...