जमशेदपुर, मार्च 19 -- झारखंड में आंगनबाड़ी सेविकाएं कई विभागों की सेवा की रीढ़ की तरह हैं, जिनपर कई दारोमदार हैं। हालांकि उनकी खुद की स्थिति ज्यादा ठीक नहीं है। दूसरों की सेवा में लगी रहने वाली इन सेविकाओं की स्थिति केवल वे और उनके परिवार के लोग ही समझ सकते हैं। सरकार को उनकी समस्याओं की जानकारी है, लेकिन वह दूर करना नहीं चाहती। ऐसे में ये सेविकाएं काफी मुश्किलों का सामना करते हुए काम कर रही हैं। हिन्दुस्तान ने जब उनसे बात की तो उन्होंने खुलकर अपनी समस्याएं बताईं। पूर्वी सिंहभूम में आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 1735 है। इनमें जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में कुल 188 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। करीब 2000 की आबादी पर एक आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित होता है और केंद्र से करीब 250 बच्चे सीधे जुड़े होते हैं। हालांकि, सेविकाओं की जवाबदेही सभी 2000 लोगों के प्रति...