चंदौली, अक्टूबर 19 -- इलिया, हिन्दुस्तान संवाद। विकासखंड शहाबगंज के खखड़ा गांव में स्थित पशु चिकित्सालय वर्षों से जर्जर हालत में पड़ा है। कभी ग्रामीणों की उम्मीदों का केंद्र रहा यह भवन अब खंडहर में तब्दील होकर अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। यहां के ग्रामीणों और पशुपालकों का कहना है कि लंबे समय से यहां न तो कोई पशु चिकित्साधिकारी तैनात है और न ही कोई कर्मचारी कार्यरत है। परिणामस्वरूप यह केंद्र पशुपालकों के लिए बेकार पड़ा हुआ है। ग्रामीण रामअवध का कहना है कि यह इलाका बिहार बार्डर से सटा हुआ है। ऐसे में पशु अस्पताल में बेहतर इंतजाम नहीं होने से पशुपालकों को पशुओं के बीमार होने पर इलाज के लिए शहाबगंज ब्लाक पर लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। जिससे काफी परेशानी उठानी पड़ती है। कहा कि पशु चिकित्सालय के निर्माण के समय उन्हें आशा थी कि अब मवेशियों के...