गोंडा, दिसम्बर 2 -- जिले में ई रिक्शा और ऑटो यातायात व्यवस्था के प्रमुख अंग हैं। इन वाहनों से शहर से लेकर सुदूर गांवों में लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत हुई है। लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के साथ बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार का पालन पोषण ई-रिक्शा या ऑटो चलाकर कर रहे हैं। गोण्डा। जिले में विभिन्न शहरों या दूर दराज क्षेत्रों से विभिन्न साधनों से मुख्यालय आने वाले यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में हजारों ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा रोजाना सड़कों पर फर्राटा भरते हैं। शहर के बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल सहित अन्य स्थानों से लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाते हैं। इसके बाद भी शहर में ई-रिक्शा और ऑटो के लिए कायदे से स्टैंड तक नहीं बना है, अन्य सुविधाएं तो मिलना दूर की बात है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जिले में 15 हजार ई रि...