गोंडा, अगस्त 14 -- इन दिनों जश्न-ए-आजादी के उत्साह में हर खास-ओ-आम डूबा है। जगह-जगह तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं। आजादी की वर्षगांठ के मौके पर पूरी आन-बान-शान से तिरंगा लहराएगा। देशवासियों को आजादी दिलाने में जिले के वीर सपूतों ने प्राणों की आहुति दी थी। गोण्डा। देश को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाने के लिए जिले के अनगिनत लोगों ने अपनी कुर्बानी दी है। इन्हीं अमर सपूतों में गोंडा के राजा देवी बख्श सिंह, बभनजोत क्षेत्र के बूढ़ापायर के राजा अशरफ बख्श समेत तमाम लोग शामिल हैं। हिन्दुस्तान के बोले गोंडा मुहिम में शामिल लोगों ने बताया कि राजा देवी बख्श सिंह की अगुवाई में बूढ़ापायर के राजा अशरफ बख्श ने 1857 में आजादी की प्रथम लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लोलपुर लमती मैदान में अंग्रेजों से खूब लोहा लिया। मोर्चा टूटने के बाद नवाबगंज के होला...