गोंडा, अगस्त 18 -- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। ओपीडी को छोड़ दिया जाए तो मरीजों के इलाज की सुविधा नहीं है, न तो सभी तरह की जांच हो पा रही है और न ऑपरेशन। विशेषज्ञ डाक्टरों की जगह सिर्फ एमबीबीएस डिग्रीधारी डाक्टरों को तैनात कर काम चलाया जा रहा है। गोंडा। मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर नगर पंचायत खरगूपुर में समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह स्वास्थ्य केंद्र लाइफ लाइन माना जाता है। ओपीडी का आंकड़ा देखा जाए तो करीब 200से 250 मरीज प्रतिदिन इलाज कराने आते हैं। अस्पताल में ओपीडी रूम की कमी के कारण एक ही कमरे में दो-दो डॉक्टर बैठकर मरीजों को देखते हैं। जंगल से सटे व जिले के अंतिम छोर पर स्थित इस स्वास्थ्य केंद्र पर एक महिला डॉक्टर समेत तीन पुरुष डॉक्टर...