गोंडा, दिसम्बर 20 -- सर्दी के मौसम में बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के लिए घर के आसपास स्थित पार्क सबसे सुरक्षित और सुलभ ठिकाना माने जाते हैं। सुबह-शाम की धूप में टहलना न सिर्फ सेहत के लिए जरूरी है, बल्कि सामाजिक मेलजोल का भी माध्यम है। लेकिन शहर के आवास विकास में करीब 30 पार्क है। इनमें आवास विकास फेज-दो 19 पार्क मौजूद हैं। 19 पार्कों में से महज दो पार्कों को ही हाल में संवरने की मंजूरी मिलना पालिका प्रशासन की प्राथमिकताओं पर सवाल खड़े करता है। पार्कों की जमीनी हकीकत जानने पर तस्वीर बहुत ज्यादा नहीं बदली दिखी है। हिन्दुस्तान के बोले गोण्डा मुहिम में आवास विकास के पार्कों की हालत पर लोगों ने कहा कि वर्तमान की व्यस्ततम और भागमभाग दिनचर्या के बीच खुद को स्वस्थ रखना एक चुनौती है। गोण्डा। बढ़ती आबादी, सिमटते मैदानों के साथ बदलती जीवन शैली में प...