गोंडा, नवम्बर 2 -- उपभोक्ताओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का अभियान शुरू किया गया है। अब तक करीब 47 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। विभाग का दावा है कि इससे बिलिंग में पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग या बकाया बिल की झंझट से राहत मिलेगी। गोण्डा। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को पहले से रिचार्ज कर बिजली उपभोग करनी होती है। इसका मतलब है कि उपभोक्ता जितना पैसा डालेंगे, उतनी ही बिजली मिल सकेगी। कई लोगों का कहना है कि हर बार मीटर में बैलेंस डालना मुश्किल होता जा रहा है। पहले बिल महीने के हिसाब से आता था, अब रोज बैलेंस घटते देखना सिरदर्द बन गया है। नवाबगंज के निवासी रामजी लाल का कहते हैं कि ग्रामीण इलाकों में भी ऐसी शिकायतें बढ़ रही हैं कि मीटर बैलेंस तेजी से खत्म होता है और कटौती का हिसाब समझ...
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