गोंडा, जुलाई 7 -- 40 लाख से ज्यादा आबादी वाले गोण्डा जिले में चार राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का संचालन किया जा रहा है। युवक और युवतियां नौकरी पाने के लिए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के डिप्लोमा पाठ्यक्रम को प्राथमिकता दे रहे हैं। बढ़ती महंगाई और सरकारी विभागों के निजीकरण व आउटसोर्सिंग भर्ती प्रणाली से छात्रों की चिंता उनके माथे पर साफ नजर आती है। हिन्दुस्तान की बोले गोण्डा मुहिम के दौरान शहर के आईटीआई में इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मैकेनिक, फैशन डिजाइनिंग, टर्नर, मैकेनिक मोटर व्हीकल सहित अन्य ट्रेडों के छात्रों ने संवाद में कहा कि सरकार राजकीय आईटीआई संस्थानों का नवीनीकरण कराए। इसके अलावा दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को छात्रावास की सुविधा मिले। छात्राओं ने कहा कि चालीस से पचास किलोमीटर की दूरी तय करके आने पर पढ...