गोंडा, सितम्बर 19 -- जिले के प्रतियोगी छात्र-छात्राओं की प्रमुख समस्या मंडल मुख्यालय पर यूपीएससी और यूपीपीसीएस के लिए बेहतर कोचिंग न होना है। यही कारण है कि यहां के बच्चे बड़े शहरों में जाने को मजबूर हैं। यही नहीं बारहवीं पास करने के बाद मेडिकल, इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे कोटा, प्रयागराज, लखनऊ व दिल्ली सहित अन्य शहरों में जाते हैं। गोण्डा। हर प्रतियोगी छात्र-छात्राओं का सपना होता है कि वह अपने जीवन में सफल हो। उनके मन में प्रथम वरीयता सरकारी नौकरी मिल जाने की रहती है। इसे पाने के लिए वह दिन-रात एक कर देते हैं। जिले में बैंक और समूह 'ग की भर्ती तैयारी को लेकर सिर्फ एक आध कोचिंग हैं। जहां शिक्षा के पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। हिन्दुस्तान के बोले गोंडा मुहिम में शहर के एलबीएस पीजी कॉलेज में अभ्युदय कोचिंग में पढ़...