गोंडा, जुलाई 6 -- जिले में 150 सौ से ज्यादा बेसिक स्कूलों का पड़ोस के स्कूलों में युग्मन (पेयरिंग) करने की औपचारिकताएं तकरीबन पूरी हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि छात्र संख्या कम होने की वजह से इनकी दूसरे स्कूलों से पेयरिंग की जा रही है। शासन के इस फैसले का विभिन्न शिक्षक संगठन पुरजोर विरोध कर रहे हैं। उनका तर्क है कि सरकार के इस फैसले से शिक्षा अधिकार अधिनियम का उल्लंघन होगा। गांवों के छोटे-छोटे बच्चों को दो से तीन किमी की दूरी तय करके पढ़ाई करने के लिए जाना होगा। आरटीई के तहत नौनिहालों को एक किमी के दायरे में प्राथमिक शिक्षा मुहैया कराने का प्रावधान है। स्कूलों की पेयरिंग से वहां काम करने वाली रसोइया के साथ शिक्षकों को दूसरी जगह भेजा जाएगा। फिलहाल इसको लेकर जिले में ऊहापोह की स्थिति है। जहां अधिकारी शासन के निर्देश पर पेयरिंग का काम हर ...