गोंडा, मई 6 -- गोंडा शहर में रोडवेज बस स्टेशन करीब पांच-छह दशक पहले स्थापित किया गया था तब जिले की आबादी भी कम थी। वक्त बदलने के साथ जिले की जनसंख्या में इजाफा होता चला गया लेकिन रोडवेज स्टेशन पर अपेक्षित सुविधाएं नहीं बढ़ पाईं। अब आलम यह है कि बस स्टेशन पर जगह कम होने से चालक स्टेशन के बाहर सवारियां खड़ी कर देते हैं। इससे जाम लगने से लोगों को काफी दुश्वारी होती है। रोडवेज बसों की आड़ में निजी बसें भी जमकर डग्गामारी करती है। इसको लेकर रोडवेज कर्मियों ने कई बार आवाज बुलंद की लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहा। शहर के बाहर रोडवेज बस स्टेशन शिफ्ट करने की कवायद भी अरसे से चल रही है लेकिन जमीन की वजह से हर बार मामला अटक जाता है। हालांकि मनकापुर में रोडवेज बस स्टेशन के लिए जमीन मिलने की बात स्थानीय स्तर पर कही जा रही है। बस अड्डा अभी संवरने की राह ...