गोंडा, मई 26 -- करनैलगंज कस्बे की आबादी 40 हजार से ज्यादा है। कस्बे के दर्जनभर से ज्यादा वार्ड आज भी साफ पानी के लिए तरस रहे हैं। नगर से सटे सकरौरा ग्रामीण व करनैलगंज ग्रामीण इलाके के लोग भी आजादी के दशकों बाद भी स्वच्छ पेयजल के लिए परेशान हैं। इन इलाकों में आज भी लोग अपने पारंपरिक पानी के स्रोतों से ही अपनी व अपने परिवार की प्यास बुझाते हैं। इन इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि हैण्डपंप से निकलने वाला पानी दूषित होने के साथ-साथ गंदा व पीला नजर आता है। जिससे लोग अक्सर बीमारियों के आगोश में चले जाते हैं। हिन्दुस्तान की मुहिम बोले गोण्डा में जब यहां के लोगों से पेयजल समस्या को लेकर चर्चा की गयी तो उनका दर्द सामने आया। करनैलगंज। जनपद गोण्डा में एक प्रमुख नगर का दर्जा प्राप्त करनैलगंज नगर की अधिकतर आबादी स्वच्छ पानी के लिये तरसती नजर आ...