गाजीपुर, फरवरी 26 -- बिजली देश के आधारभूत ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। बिजली विभाग के कर्मचारी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके बावजूद उन्हें कम वेतन, वर्कलोड और जर्जर आवासीय भवनों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आउटसोर्सिंग कर्मचारी पीएफ भुगतान की लड़ाई लड़ रहे हैं तो स्मार्ट मीटर की वजह से मीटर रीडरों को नौकरी जाने का खतरा दिख रहा है। निजीकरण की तलवार तो लटक ही रही है। बिजली विभाग के कर्मचारियों को अपनी नौकरी जाने का खतरा सता रहा है। उनके सामने विभागीय समस्याएं भी कम नहीं हैं। लाल दरवाजा स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय पर 'हिन्दुस्तान से बातचीत में उनका दर्द सामने आया। मीटर रीडर सुनील राय के अनुसार विभाग दावा करता है कि स्मार्ट मीटर के प्रति बिल के लिए पांच रुपये का भुगतान किया जाता है जबकि कोई पैसा नहीं दिया जा ...