गाजीपुर, मार्च 19 -- गाजीपुर की आवास-विकास कालोनी को उत्तर-प्रदेश आवास विकास परिषद ने 1990 के दशक में बसाया था जिसमें दो सौ से अधिक मकान हैं। तकरीबन 34 साल बीतने के बाद यहां के निवासी जर्जर सड़क और बजबजाती नालियों के बीच रहने को मजबूर हैं। मोहल्लेवासी विकास की राह देख रहे हैं लेकिन कहीं कोई राह नजर नहीं आती है। स्थानीय और परिषद के अधिकारियों को उनकी मुश्किलों से कोई लेना-देना नहीं है। जिला मुख्यालय से केवल तीन किलोमीटर की दूरी पर मौजूद आवास-विकास कालोनी शहर की एकमात्र ऐसी कालोनी है जिसको एक प्लान के तहत बसाया गया था। यहां के निवासियों से हिन्दुस्तान ने बात किया तब उन्होंने अपनी समस्याओं को साझा किया। पारसनाथ राय ने बताया कि मकान उंचे दाम पर मिले। इसके बाद भी लोगों ने मकान लिया कि विकास होगा और बेहतर माहौल मिलेगा। लेकिन इसके उलट 34 साल बाद...
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