श्रीनगर, जून 20 -- नगर निकाय इकाइयों से जुड़े होने के बावजूद भी यदि लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए दोपहिया वाहनों की आवाजाही लायक संपर्क मार्ग भी नहीं मिल पाएं और पैदल संपर्क मार्ग भी कठिन, फिसलनयुक्त व सीढ़ीदार हों तो उन पर मजबूरी में आवागमन करते लोगों के दर्द को समझा जा सकता है। इसी का उदाहरण देखने को मिल रहा है नगर पालिका बड़कोट के पंतनगर वार्ड में जहां कई मोहल्लों में इसी तरह के हालात देखने को मिल रहे हैं। 'बोले गढ़वाल अभियान के तहत परेशान क्षेत्रवासियों ने हिन्दुस्तान से अपनी समस्याओं को साझा किया... धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण बड़कोट के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से जब 4 दशक पहले उसे नगर निकाय इकाई से जोड़ते हुए पहले नगर पंचायत और फिर 8 वर्ष पूर्व नगरपालिका क्षेत्र बनाया गया तो लोगों को उम्मीद थी कि उ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.