चमोली, जुलाई 14 -- आधुनिक दौर में उफनाते नदी नालों में उतरकर जान जोखिम में डालते हुए स्कूलों या बाजारों तक आवाजाही करना कोई सोच भी नहीं सकता है। लेकिन, चमोली जनपद के नारायणबगड़ ब्लाक के कोट मदनपुर गांव के ग्रामीण इस हालात में जीने को मजबूर हैं। इलाके में बहने वाले गदेरे पर 22 वर्षों में सरकार एक अदद पुलिया तक नहीं बनवा पाई है। गांव में पक्की सड़क तक नहीं हैं। ऐसे में सरकार की ओर से जोरशोर से ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के खोखले दावे करने का कोई मतलब नहीं हैं। इस गांव की दशा जनप्रतिनिधियों की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़ा करती है। बोले गढ़वाल अभियान के तहत परेशान ग्रामीणों ने 'हिन्दुस्तान' से अपनी समस्याओं और दर्द को साझा किया है। सरकार गांवों से हो रहे पलायन पर चिंतित होकर रिवर्स पलायन पर जोर देते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक और मूलभू...