कौशाम्बी, मार्च 5 -- इलाज के लिए अस्पतालों को 'ऑक्सीजन' यानी बजट की जरूरत है। इसके अभाव में कई काम प्रभावित हैं। हालात यह हैं कि प्रसूताओं को भोजन तक उपलब्ध कराने के लिए ठेकेदार हांफने लगे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की धनराशि दो महीने से अस्पतालों को नहीं मिली है। इससे सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर सीधा असर पड़ा है। जरूरी कार्य बाधित होने लगे हैं। प्रसूताओं को खाना खिलाने वाले ठेकेदारों ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है। प्रभारियों पर भी रुपये दिलाने का दबाव बनाया जा रहा है। यही कहा जा रहा है कि जल्द ही धनराशि मिलेगी और उनका भुगतान कर दिया जाएगा। इससे ठेकेदार परेशान है, वहीं कई प्रकार की सुविधाएं बाधित होने पर स्टाफ नाराज रहता है। जिले में आठ सीएचसी हैं। इसके अलावा नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इन अस्पतालों को राष्ट्रीय स...