कौशाम्बी, फरवरी 15 -- रोजगार सेवकों की ही तरह रसोइया का भी हाल बेहाल है। परिषदीय विद्यालय के बच्चों को खाना बनाकर खिलाने वाली रसोइया खुद आर्थिक संकट का सामना कर रही हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से मिलने वाला मानदेय इन्हें पांच महीने से नहीं मिला है। प्रधानाध्यापक से लेकर बीआरसी तक में शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन किसी भी स्तर से इनको मानदेय देने की पहल नहीं हो रही है। इससे रसोइयों में नाराजगी है। जिले में आठ बीआरसी हैं। आठों बीआरसी के क्षेत्र में आने वाले परिषदीय विद्यालयों में कुल 3310 रसोइया तैनात हैं। एक रसोइया को दो हजार रुपया प्रतिमाह मानदेय मिलता है। मानदेय की बदौलत वह घरेलू खर्च चला लेती हैं, लेकिन यही मानदेय उनको नहीं मिल रहा है। आरोप है पांच माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। जुलाई से लेकर अब तक केवल दो माह का मानदेय इनके हा...