कुशीनगर, फरवरी 18 -- Kushinagar News : योग से लोगों को सेहतमंद बनाने वाले प्रशिक्षक खुद समस्याएं झेल रहे हैं। योग को वैश्विक पहचान मिल रही है लेकिन इसके प्रशिक्षकों के सामने आर्थिक असुरक्षा, मानदेय की कमी और स्थायी रोजगार न मिलने जैसी चुनौतियां हैं। निजी संस्थानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बढ़ने से योग को लेकर स्पर्धा बढ़ी है, लेकिन उचित मानदेय और सामाजिक सुरक्षा का अभाव प्रशिक्षकों को मुश्किल हालात में डाल रहा है। सरकारी मान्यता और स्थायी रोजगार की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। इन चुनौतियों के बीच योग शिक्षक अपनी आजीविका और पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 'हिन्दुस्तान' से बातचीत में योग प्रशिक्षक और प्रशिक्षणार्थियों ने अपनी समस्याएं साझा कीं। व्यस्त जीवनशैली में लोगों के खानपान और रहन-सहन में काफी ब...