आगरा, सितम्बर 8 -- किसानों को समय पर आसानी से तय सरकारी मूल्य पर डीएपी मिल जाए तो उन्हें खेती करने में काफी सहूलियत मिल सकती है, शासन से लेकर प्रशासन तक किसानों को समय से और तय रेट पर डीएपी मुहैया कराने के लिए प्रयासरत हैं, इसके बाद भी डीएपी खाद सहकारी समितियों पर पर्याप्त नहीं मिल रही हैं, किसानों को रबी की फसल के लिए डीएपी लेने के लिए सुबह से ही सहकारी समिति पर जमावड़ा होने लगता है, इंतजार करना पड़ता है तब जाकर डीएपी का बोरा मिल पाता। जबकि जिले में इन दिनों किसान को खेतों में रबी की फसल करनी हैं, ऐसे में उन्हें डीएपी की आवश्यकता है, लेकिन डीएपी की किल्लत दूर नहीं हो रही है। सानों ने सोमवार को आपके अपने लोकप्रिय हिन्दुस्तान अखबार के बोले कासगंज संवाद में अपनी समस्या और डीएपी को लेकर सामने आ रही स्थिति को साझा किया। उन्होंने कहा कि, डीएपी ल...
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