आगरा, मार्च 11 -- पशुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि होने और दूध के दामों में उतार-चढ़ाव के चलते जनपद में डेयरी संचालक परेशान हैं। उनका कहना है कि घटते दुग्ध उत्पादन और बढ़ती परेशानियों के बीच मेहनत व लागत के अनुरूप व्यापार नहीं हो रहा है। पशु पालकों की संख्या हर साल घटती जा रही है। हिन्दुस्तान के बोले कासगंज अभियान में डेयरी संचालकों ने कहा कि दूध के दामों को लेकर व्यवस्था ऐसी हो कि डेयरी संचालक और पशु पालक दोनों को फायदा हो। इससे भविष्य में लोगों का गाय-भैंस पालन के प्रति रुझान और ज्यादा बढ़ सके। साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा हो सकें। आपके समाचार पत्र हिन्दुस्तान ने 'बोले कासगंज संवाद के तहत डेयरी के माध्यम से दूध का व्यापार करने वाले व्यापारियों से चर्चा की। इस दौरान इन व्यापारियों ने खुलकर अपनी समस्याओं को रखा। उन्होंने न केवल अपनी समस्या...