आगरा, फरवरी 19 -- गांव-गांव में सफाई की जिम्मेदारी निभाने वालों के सामने क्या-क्या समस्याएं आती हैं, इसे देखने और सुनने समझने वाला कोई नहीं है। गांव में साफ सफाई तो सभी को चाहिए, लेकिन सहयोग के नाम पर कोई आगे नहीं आता। बल्कि कोई गलती होने पर पूरा दोष उन्हीं माथे पर मढ़ दिया जाता है। जिन स्थानों पर लोग खड़े तक नहीं होते हैं, वहां ये लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर सफाई का काम करते हैं। हिन्दुस्तान के बोले कासगंज में इन सफाई कर्मी महिला व पुरुषों ने समस्याओं को खुलकर रखा। कहा कि जब हम अपनी ड्यूटी में कोताही नहीं करते तो हमारे हक को क्यों नजरअंदाज किया जाता है। बिना उपकरणों के ही काम करने को मजबूर हैं सफाईकर्मी गांवों में स्वच्छता को लेकर ले देकर एक-एक सफाई कर्मी नियुक्ति है, लेकिन अब ग्राम पंचायतों में कलस्टर के हिसाब से भी व्यवस्था की जा रही...