आगरा, अक्टूबर 6 -- गंगा किनारे बसे पांच दर्जन से अधिक गांव हर वर्ष बाढ़ की विभीषिका के बीच रहने के लिए मजबूर हो रहे हैं। बाढ़ से इन गांवों की फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो जा रही हैं। गंगा के कटान से इन गांवों की भूमि भी नदी में सजा जाती है। पटियाली के दो दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी हर वर्ष ही दस्तक देता है। सड़कें व पुलियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं व विद्युत आपूर्ति ठप होती है। ग्रामीण लगताार गंगा किनारे तटबंध निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने अपने लोक प्रिय समाचार पत्र दैनिक हिन्दुस्तान के बोले कासगंज संवाद में तटबंध की मांग सरकार तक पहुंचाने की बात कही है। उन्होंने बाढ़ के दौरान होने वाली दिक्कतों को भी साझा किया है। जनपद में सोरों से लेकर फर्रूखाबाद बोर्डर तक गंगा करीब 74 किलोमीटर के क्षेत्र में बहती है। बारिश के मौसम में ग...