आगरा, मई 17 -- कासगंज में सड़क सुरक्षा के संबंध में बातें तो बड़ी-बड़ी की जाती हैं, लेकिन उन्हें अमल में नहीं लाया जाता। सुधार भी तब तक ही दिखता है, जब तक अभियान चलता है। इसके बाद स्थिति जस की तस बन जाती है। अतिक्रमण के कारण तंग हो चुकी शहर की सड़कों पर कभी जाम, तो कभी बारिश में जर्जर सड़क और गलियों में जलभराव के बीच से बच्चों को लेकर गुजरने वाले स्कूल वाहनों को अक्सर देखा जाता है। इसके बाद भी ये स्कूल वाहन चालक बच्चों को समय पर और सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाते हैं। स्कूल पहुंचने में थोड़ी-सी देर होने पर इन्हें प्रबंधन की फटकार और घर छोड़ने में देर होने पर अभिभावकों को जवाब देना पड़ता है। ऐसी तमाम समस्याओं को झेलते हुए स्कूली वाहनों के चालक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं। कासगंज में तकरीबन 200 बसें स्कूलों में चल रही हैं। इन बसों ...