आगरा, अक्टूबर 22 -- निराश्रित गोवंश व बंदरों के झुंड किसानों की फसलों को चौपट कर रहे हैं। किसान गोवंश व बंदरों से अपनी फसल को बचाने के लिए दिन-रात मशक्कत कर रहे हैं। किसान निगरानी करते करते थक रहे हैं। फसलों को बचाना उनके लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। किसानों के हटते ही गोवंश व बंदर खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा देते हैं। फसलों को रखवाली के लिए किसानों के द्वारा की खेतों की मेड़बंदी पर तारकसी भी नाकाफी साबित हो रही है। किसानों ने निराश्रित गोवंश व बंदरों से फसलों को हो रहे नुकसान के संबंध में अपना दर्द अपने लोकप्रिय समाचार पत्र दैनिक हिन्दुस्तान के बोले कासगंज संवाद में साझा किया है। उन्होंने समस्या के समाधान की अपील की। गंगा किनारे कटरी के गांवों में में निराश्रित गोवंश के झुंड घूमते दिखते हैं। बदायूं व फर्रुखाबाद बॉर्डर की ओर से भी...